“दोपहर की नींद की आदत: कितनी सही, कितनी गलत?”
“दोपहर की नींद की आदत: कितनी सही, कितनी गलत?” हमारे दोपहर की नींद की आदत कितनी सही है कितनी गलत है आज हम इसके बारे में बात करेंगे….. क्या दोपहर को नींद आना हमारे किसी बड़ी बीमारी की निशानी तो नहीं है?
ये हम नहीं कहते बल्कि यह वैज्ञानिक तौर पर साबित किया गया।

एक CEO जो कम नींद लेने की वजह से मर गया-
आज हम बात करेंगे एक आईटी कंपनी के CEO रंजन दास की।रंजन दास आईटी कंपनी SAP के CEO थे।
जो महज़ 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक की वजह से मर जाते हैं और उसका मुख्य कारण था कि उन्होंने वह कभी अपनी नींद पूरी नहीं करते थे।
रंजन दास एक एथलीट थे। जो अपनी सेहत को लेकर काफी गंभीर रहते थे।
रंजन दास ने मैराथन में भी हिस्सा लिया था। वह हर रोज जिम में पसीना बहाते, एक्सरसाइज करते सुबह की वॉक किया करते थे और सबसे जरूरी हमेशा हेल्थी खाना ही खाते थे।
लेकिन लेकिन 21 अक्टूबर 2009 को जब वह जिम से अपने घर वापस आ रहे थे उसे समय दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।
इतना स्वस्थ इंसान जो जो दिल को स्वस्थ रखने के लिए इतनी एक्सरसाइज करता था उसे दिल का दौरा कैसे पढ़ सकता है?
इसका मुख्य कारण है नींद।
शायद रंजन दास से गलती यही हो गई कि उन्होंने यह मान लिया कि एक इंसान को और उसके दिल को स्वस्थ रहने के लिए महज 4 घंटे की नींद भी काफी होती है।
वह 24 घंटे में सिर्फ 4 घंटे ही सोते थे जो धीरे-धीरे उन्हें दिल की बीमारी की ओर ले गया।
जापान की ऑफिस की नींद-
हम सब जानते हैं कि जापान दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और तरक्की करने वाले देशों में से सबसे आगे हैं।
कहते हैं कि वहां के लोग सबसे कम सोते हैं शायद इसका मुख्यतः कारण अधिक काम का होना है।
जापानी लोग अपने काम को लेकर बहुत निष्ठा रखते हैं और अनुशासन में रहते हैं।
लेकिन जापान ने अपने देशवासियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए एक नियम बना दिया।
जिसके तहत जापानी लोग ऑफिस में भी सो सकते हैं।
जिसके लिए वह एक शब्द का इस्तेमाल किया जाता है इनेमरी।
इनेमरी शब्द का इस्तेमाल उनके लिए किया जाता है जो अपने काम के समय में सोते हैं।

कम सोने के नुकसान-
नींद पूरी न करने की वजह से हमारे शरीर में अनेकों बीमारियां हो जाती हैं।
नींद का सीधा संबंध हमारे दिमाग और हमारे दिल के साथ होता है। अगर हमने पूरी नहीं करते हैं तो हमें दिल से जुड़ी बीमारियां जैसे हार्ट अटैक हार्ट ब्लॉक हो सकता है। इसके साथ-साथ ब्रेन स्ट्रोक ब्रेस्ट कैंसर आने को बीमारियां हो जाती है। अतः एक इंसान को स्वस्थ रहने के लिए और निरंतर काम करने के लिए नींद लेना बहुत जरूरी है। स्टडी के मुताबिक हमारे दिल और दिमाग दोनों को स्वस्थ रखने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद आवश्यक है। इसलिए हमारा सुझाव यही है कि अपने काम को प्राथमिकता देकर अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ ना करें। क्योंकि हमारे हिंदी में एक बहुत ही अच्छी कहावत है पहला सुख निरोगी काया।
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